Wednesday, June 25, 2008

और भी शायरी

हम न होते तो आप खो गए होते, अपनी जिंदगी से रुसवा हो गए होते,
ये तो आप को याद करने के लिए जिन्दा है , वरना हम कब के मर गए होते ।

उतरा था चाँद हमारे आंगन में, पार सितारों को ये गवारा ना हुआ ,
हम तो सितारों से भी बगावत कर लेते, पार क्या करे चाँद ही हमारा ना हुआ ।

आपको मिस करना रोज़ की बात है , आपको याद करना आदत की बात है ,
आप से दूर रहना उल्फत की बात है , मगर आप जैसे दोस्त पाना किस्मत की बात है ।

किसी कमज़ोर लम्हे में अगर में तुमसे ये कह दूँ के मुझे तुमसे मोहब्बत है ,
तुम ये मत समझ लेना , मैंने सच कहा होगा , मेरी आँखें मेरा चेहरा , ये सब कुछ झूठ कहता है मगर
इस झूठ में एक सच भी है , की मुझे तुमसे मोहब्बत है ।

अकेला सा महसूस करो जब तन्हाई में , याद मेरी आए जब जुदाइ में ,
महसूस कर लेना तुम्हारे ही पास हूँ में , जब चाहे देख लेना मुझे परछाई में ।

कभी खुशी कभी ग़म भी है , दोस्ती साज़ भी , संगीत भी है ,
शायरी भी है , नज़्म भी, गीत भी है ,
वफ़ा क्या है , वफ़ा भी दोस्ती है ,
दिल से निकली दुआ दोस्ती है ,
बस इतना समझ ले तू , प्यार की इन्तहा भी दोस्ती है ।

अपनों ने ज़हर का जाम दे दिया, गैरों ने बेवफा नाम दे दिया ,
जो कहते थे हमें भूल न जाना , उन्ही ने भूलने का पैगाम दे दिया ।

1 comment:

Advocate Rashmi saurana said...

aapki shayari padkar maja aa gya. bhut khub likhate rhe.
aap apna word verification hata le taki humko tipani dene mei aasani ho.