Saturday, June 28, 2008

खजाना

हमारे मुस्कराने की वजह हो तुम, हमारी जिंदगी का मतलब तुम हो,
हमे मिलेगी जब भी खुशी, हम सोचेंगे खुदा से दुआ करने वाले तुम हो ।

बदल कितने खुश नसीब है, दूर रहकर भी ज़मीन पार बरसते हैं,
हम कितने बदनसीब है, पास रहकर भी मिलने को तरसते हैं ।

हमारा हर लम्हा चुरा लिया आप ने , आंखों को एक चाँद दिखा दिया आप ने ,
हमें जिंदगी तो दी किसी और ने , पार प्यार इतना देकर जीना सिखाया आपने ।

किस्मत से अपनी शिकायत क्यूँ है , जो नही मिल सकता उसी से मोहब्बत क्यूँ है ,
कितने खड़े है रहो पे , फिर भी दिल को उसी की चाहत क्यूँ है ।

वक्त की राहों में आप भुला दे चाहे हमें , पर हम आप को भुला नही पाएंगे, तेरे पयार की कसम,
तू आवाज़ दे सपने में, हम हकीक़त मे चले आयेंगे ।

बेवफाई की सज़ा ना दे जाना , यादों की दुनिया न दे जाना,
एक तुम्ही को माँगा है खुदा से, खुदा के लिए तुम भी बेवफा ना हो जाना ।

दिल के कोने से एक आवाज़ आती है , हर पल दोस्तों की याद आती है , दिल पूछता है पल पल हमसे,
जिन्हें हम याद करते है , क्या उन्हें भी हमारी याद आती है ?

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