जिसे हम कब से भुलाये बैठे थे , वो आज अचानक ही याद आ गये, जिस गम की बारिश ने किया था बरबाद , उसी बारिश के बदल आज फ़िर छा गये ।
खुशी का हर एक पल हो तुम्हारे लिए, बहारों का गुलिस्ता हो तुम्हारे लिए , कामयाबी की मंजिल हो तुम्हारे लिए, बस एक पल तुम्हारा हो हमारे लिए ।
जाम टूटने का बहाना ना कर, हम तो तेरी आंखों से पी लेंगे । तू मत आ लेकिन आने का वडा तो कर, हम तेरे इन्तेज़ार मे ही जी लेंगे ।
फ़िर दिन ढल गया फिर रात आ गई , फिर तन्हाई मे जाने की बात आ गयी , अभी तो तारों की पनाह मे बैठे थे, की चाँद को देखा तो आप की याद आ गयी ।
तू तनहा है तो तेरी तन्हारी में हम रहेंगे , तू उदास है तो तेरे साथ हम भी उदास रहेंगे तुझे नज़र न आयेंगे पर फ़िर भी हर मोड़ पर तेरे साथ हम रहेंगे ।
गुनाह बन गयी है उम्मीद प्यार की दिल में सजाये बैठे है तस्वीर यार की , बहते आंसुओं की कहानी दुनिया ने जान ली, पर उनको कब होगी ख़बर दिल ऐ बेकरार की ।
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