Monday, June 30, 2008

आज की एक और शायरी

मैंने उसे एक इशारा किया उसने सलाम लिख के भेजा ,
मैंने पुचा तुम्हारा नाम क्या है , उनसे चाँद लिख भेजा,
मैंने पुचा तुम्हे क्या चाहिए, उसने सारा आस्मां लिख के भेजा ,
मैंने पुचा कब मिलोगी, उसने क़यामत की शाम लिख के भेजा,
मैंने पुचा किस से डरते हो, उसने मोहब्बत का अंजाम लिख के भेजा,
मैंने पुचा तुम्हे नफरत किस से है, उसने मेरा ही नाम लिख के भेजा ।

मुश्किलों से आपकी मुलाक़ात ना हो, उदास बैठे रहो कभी ऐसी कोई बात ना हो ,
दुआ है की महफिलों से सजे जिंदगी आप की , बस हमें पुकार लेना अगर कोई साथ ना हो ।

हसी मजाक वाली शायरी

कदम कदम पे हवा की दिशा का ख्याल रखना, मुश्किल से मुश्किल वक्त में भी दोस्तों को याद रखना ,
हमारी यादों की खुशबु जरूर आएगी , तुम बस नाक साफ़ रखना ।

आज वो हमसे जन्नत में टकरा गई ,
और हमारे दिल से आवाज़ निकली, फटे मुँह तुसी इथे वि आ गई ?


मैं उसकी याद मे बन गया बरफ का गोला
मैं उसकी याद मे बन गया बरफ का गोला
और वो बोली की ठंडा मतलब COCA COLA

तुम पास हो तो तुझपे प्यार आता है , तुम दूर हो तो तेरा इन्तेज़ार सताता है
क्या कहे इस दिल की हालत की, तुझे याद करके हमें बुखार हो जाता है ।

पानी को भी दारु बना देते, आप के लिए BLACK LABEL से TANKS भरवा देते
कमबख्त पीते नही हो आप हमारे साथ, वरना ताज महल को भी DANCE BAR बना देते ।

बदतमीज़ चद्दर की कमीज़ , लोहे का पैजामा, बन्दर तेरा मामा,
बिल्ली तेरी मौसी, आम का आचार , Miss you mere yaar

आप सब के लिए

आप की याद दिल ब्क़रार करती है, नज़र तलाश आप को बार बार करती है ,
गिला नही जो हम है दूर आपसे , आपकी तो जुदाई भी हमसे प्यार करती है ।

क्यूँ सताते हो हमें बेगानों की तरह , कभी तो चाहो चाहने वालो की तरह,
हम मे थी कमी जो आप को याद ना आए, आप मे थी कुछ बात जो हम आपको भूल ना पाये ।

कैसे करे अपने इश्क्को बयान , कोई करता ही नही ऐतबार,
है हमें जिनसे मोहब्बत, उनको ही नही हमसे प्यार ।

तेरी मुस्कान हमारी कमजोरी है , तुझे ना पाना हमारी मजबूरी है ,
तुम क्यूँ नही समझते हमारी खामोशी को , क्या हमारे प्यार को , कोई नाम देना जरुरी है ?

एक दिन जिंदगी ऐसे मुकाम पे पहुँच जायेगी, दोस्ती तो सिर्फ़ यादों में रह जायेगी ,
हर cup coffee याद दोस्तों की दिलाएगी, और हस्ते हस्ते फ़िर आँखें नम हो जायेगी ,
जी ले खुल के इस पल को मेरे दोस्त, क्यूँ की जिंदगी ये पालो को फ़िर से नही दोहराएगी ।

कभी दोस्त कहते ओ, कभी दुआ देते हो, कभी बेवक्त नींद से जगा देते हो ,
पर जब भी तुम कुछ कहते हो , खुदा कसम जिंदगी के सारे गम भुला देते हो ।

Sunday, June 29, 2008

Zara Si dil mein de jagah tu

ज़रा सी दिल में दे जगह तू , जरा सा अपना ले बना
ज़रा सा खाव्बों में सजा तू, ज़रा सा यादो में बसा

में चहुँ तुझको, मेरी जान बेपानाह
फ़िदा हूँ तुझपे, मेरी जान बेपानाह

वोऊव ओ ऊ ओ ओ


ज़रा सी दिल में दे जगह तू , ज़रा सा अपना ले बना
ज़रा सा खाव्बों में सजा तू , ज़रा सा यादों में बसा

में तेरे में तेरे , क़दमों में रख दू ये जहाँ, मेरा इश्क दीवानगी
है नही है नही, आशिक कोई मुझसा तेरा, तू मेरे लिए बंदगी

में चहुँ तुझको, मेरी जान बेपानाह, फ़िदा हूँ , मेरी जान बेपानाह

ज़रा सी दिल में दे जगह तू ज़रा सा अपना ले बना
ज़रा सा खाव्बों में सजा तू, ज़रा सा यादों में बसा

कह भी दी कह भी दे, दिल में तेरे है जो छुपा, ख्वाइश जो है तेरी
रख नही रख नही, परदा कोई मुझसे ए जान ,कर ले तू मेरा यकीं

में चहुँ तुझाको, मेरी जान बेपानाह,
फ़िदा हूँ तुझपे, मेरी जान बेपानाह

Saturday, June 28, 2008

खजाना

हमारे मुस्कराने की वजह हो तुम, हमारी जिंदगी का मतलब तुम हो,
हमे मिलेगी जब भी खुशी, हम सोचेंगे खुदा से दुआ करने वाले तुम हो ।

बदल कितने खुश नसीब है, दूर रहकर भी ज़मीन पार बरसते हैं,
हम कितने बदनसीब है, पास रहकर भी मिलने को तरसते हैं ।

हमारा हर लम्हा चुरा लिया आप ने , आंखों को एक चाँद दिखा दिया आप ने ,
हमें जिंदगी तो दी किसी और ने , पार प्यार इतना देकर जीना सिखाया आपने ।

किस्मत से अपनी शिकायत क्यूँ है , जो नही मिल सकता उसी से मोहब्बत क्यूँ है ,
कितने खड़े है रहो पे , फिर भी दिल को उसी की चाहत क्यूँ है ।

वक्त की राहों में आप भुला दे चाहे हमें , पर हम आप को भुला नही पाएंगे, तेरे पयार की कसम,
तू आवाज़ दे सपने में, हम हकीक़त मे चले आयेंगे ।

बेवफाई की सज़ा ना दे जाना , यादों की दुनिया न दे जाना,
एक तुम्ही को माँगा है खुदा से, खुदा के लिए तुम भी बेवफा ना हो जाना ।

दिल के कोने से एक आवाज़ आती है , हर पल दोस्तों की याद आती है , दिल पूछता है पल पल हमसे,
जिन्हें हम याद करते है , क्या उन्हें भी हमारी याद आती है ?

Thursday, June 26, 2008

3 Nice Shayri's

तेरी तस्वीर मेरी आँखों मैं बसी क्यूँ है
जिधर देखो बस उधर तू ही क्यूँ है

तेरी यदून से वाबस्ता मेरी तकदीर है लेकिन
तुझे ना पा केर मेरी तकदीर रूठी क्यूँ है

मुझ को है खबर आसान नहीं तुझे हासिल करना
फिर भी यह इन्तिज़ार यह बेकरारी क्यूँ है

बरसों गुज़र गए मेरे तन्हाई मैं लेकिन
मेरी बांहों को आज भी तेरा इन्तिज़ार क्यूँ है

तेरी चाहत की कसम खून के आँसू रोया हों
अब नहीं है कुछ बाकी फिर यह जान बाकी क्यूँ है

ख़तम हुवा मेरा यह अफसाना एक बात बतादू लेकिन
अंजाम था मलूओम मुझ को फिर यह मुहब्बत क्यूँ है
____

मेरे दोस्त जिंदगी भर मुझे यूँ ही प्यार करना,
मैं तुझे दघ न दूँगा मेरा ऐतबार करना.

अभी मेरा किस्मतों का है सितारा गर्धिशों में,
मेरे दोस्त कुछ दिंनों तक मेरा इन्तिज़ार करना.

अब तोर्ड दो यह शीशे मेरे काम के नहीं हैं,
मेरे पास जब नहीं तुम भला क्या श्रृंगार करना.

येही आरजू है अब थो मेरे बाद जिंदगी में,
के तू फिर कभी किस्सी से न निगाह चार करना.

चलो यह भे मन लिया के दिल मेरा हाय संगदिल
लकिन एअक सच येः भे जन लू के माय दिल का बुरा नही
___
सब सी छुपा कर दर्द जो वोह मुस्कुरा दिया
उस की हँसी न्य तो आज मुझी रुला दिया

लह्ज्य सी उठ रहा था हर इक दर्द का दुह्वान
चेहरा बता रहा था की कुछ गँवा दिया

आवाज़ में थेरो था आन्खून में नमी थी
और कह रहा था क में न्य सब कुछ भुला दिया

जानी किया उस को लोघों सी थी शिकयातीं
तनहयों की दिस में ख़ुद को बसा दिया

ख़ुद भी वोह हम सी बिचार कर अधुरा सा हो गया
मुझ को भी इतनी लोघों में तनहा बना दिया


कैसी जिंदगी

हर खुशी है लोगों के दामन में,
पर एक हँसी के लिए वक्त नही।
दिन रात दौड़ती दुनिया में,
जिंदगी के लिए ही वक्त नही।

माँ की लोरी का एहसास तो है,
पर माँ को माँ कहने का वक्त नही.
सारे रिश्तों को तो हम मार चुके,
अब उन्हें दफ़नाने का भी वक्त नही.

सारे नाम मोबाइल में हैं,
पर दोस्ती के लए वक्त नही.
गैरों की क्या बात करें,
जब अपनों के लिए ही वक्त नही।

आंखों में है नींद बड़ी,
पर सोने का ही वक्त नही.
दिल है गामों से भरा हुआ,
पर रोने का भी वक्त नही।

पैसों की दौड़ में ऐसे दौडे,
की थकने का भी वक्त नही.
पराये एहसासों की क्या कदर करें,
जब अपने सपनो के लिए ही वक्त नही।

तू ही बता ऐ जिंदगी,
इस जिंदगी का क्या होगा,
की हर पल मरने वालों को,
जीने के लिए भी वक्त नही

Wednesday, June 25, 2008

और भी शायरी

हम न होते तो आप खो गए होते, अपनी जिंदगी से रुसवा हो गए होते,
ये तो आप को याद करने के लिए जिन्दा है , वरना हम कब के मर गए होते ।

उतरा था चाँद हमारे आंगन में, पार सितारों को ये गवारा ना हुआ ,
हम तो सितारों से भी बगावत कर लेते, पार क्या करे चाँद ही हमारा ना हुआ ।

आपको मिस करना रोज़ की बात है , आपको याद करना आदत की बात है ,
आप से दूर रहना उल्फत की बात है , मगर आप जैसे दोस्त पाना किस्मत की बात है ।

किसी कमज़ोर लम्हे में अगर में तुमसे ये कह दूँ के मुझे तुमसे मोहब्बत है ,
तुम ये मत समझ लेना , मैंने सच कहा होगा , मेरी आँखें मेरा चेहरा , ये सब कुछ झूठ कहता है मगर
इस झूठ में एक सच भी है , की मुझे तुमसे मोहब्बत है ।

अकेला सा महसूस करो जब तन्हाई में , याद मेरी आए जब जुदाइ में ,
महसूस कर लेना तुम्हारे ही पास हूँ में , जब चाहे देख लेना मुझे परछाई में ।

कभी खुशी कभी ग़म भी है , दोस्ती साज़ भी , संगीत भी है ,
शायरी भी है , नज़्म भी, गीत भी है ,
वफ़ा क्या है , वफ़ा भी दोस्ती है ,
दिल से निकली दुआ दोस्ती है ,
बस इतना समझ ले तू , प्यार की इन्तहा भी दोस्ती है ।

अपनों ने ज़हर का जाम दे दिया, गैरों ने बेवफा नाम दे दिया ,
जो कहते थे हमें भूल न जाना , उन्ही ने भूलने का पैगाम दे दिया ।

Tuesday, June 24, 2008

चलो कुछ और सही

हस्तिया मिट गई नाम कमाने में, उमर बीत गई खुशिया पाने में , एक पल में दूर ना हो जाना हमसे ,
हमें तो सालो लगे है आप जैसा दोस्त पाने में ।

किसी ने दिल को इस कदर छु लिया की हम किसी और को छु ना सके ,
हम तो चले थे दोस्त बनाने और वो धड़कन बन बैठे ।

ये रात इनती तनहा क्यूँ होती है , ये वक्त इतना बेजुबान क्यूँ होता है , जिसे हम पा नही सकते,
मोहब्बत उसी से क्यूँ होती है ।

उन्हें लगता है की हम उन्हें याद करते ही नही, पर उन्हें हम ये कैसे समझाए ,
के हम उन्हें याद कैसे करे, जिन्हें हम भुलाते ही नही ।


जाने कब मिली नज़रों से नज़र और कैसे वो मेरे दिल मे उतर गए, जाने क्या बात है उन निगाहों में , की बस एक बार देखा और ...... हमको दीवाना कर गए

Saturday, June 21, 2008

वाह वाह शायरी

ख्वाइश ऐसी रखो की आसमा तक जा सको , दुआ ऐसी करो की खुदा को भी पा सको ।
यूँ तो जीने के लिए पल बोहत काम है , जियो ऐसे की हर पल मे जिंदगी पा सको ।

बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो, मंजिल को पाने की कसक रहने दो ।
आप चाहे रहो नज़रों से दूर , पर मेरी आँखों में अपनी एक झलक रहने दो ।

जो पल पल चलती रहे उसे जिंदगी कहते है , जो हर पल जलती रहे उसे रौशनी कहते है ।
जो पल पल खिलती रहे उसे मोहब्बत केहते है , जो साथ न छोडे उसे दोस्ती कहते है ।


उनकी एक याद बेचैन कर जाती है , हर चीज़ में उनकी सूरत नज़र आती हैं ।
ऐसा हाल किया उन्होंने प्यार में हमारा के , नींद आती है तोह आँखें बुरा मान जाती है ।

दिल
के जज्बातों को कब तक छुपाओगे , कभी न कभी अपनी जुबां से बताओगे ।
एक दिन चला जाऊँगा मैं , और मेरी तस्वीर से I LOVE YOU कहते रह जाओगे ।

ग़ालिब ने अपनी GIRL FRIEND को Date पे बुलाया, वोह देर से आई ,
बोली Sorry M Late ! ,
ग़ालिब बोले : फलक पे सितारों को नींद आ रही है , दूसरी का TIME हो गया और तू अब आ रही है ।

जिसको मैंने दे दी अपनी यह जिंदगी वो सख्स ही मेरा कातिल निकला , वफ़ा में न कोई कमी की , इन वफाओं से न कुछ हासिल निकला , हम तो तूफ़ान से डरते रहे लेकिन, जिसने डुबोया मुझे वोह साहिल निकला ।

ठुकरा के उसने मुझको कहा की मुस्कराओ , मैंने हस दिया , आख़िर सवाल उसकी खुशी का था ।
मैंने खोया वो जो मेरा था नही , उसने खोया वो जो सिर्फ़ उसी का था ।

तनहा हो कभी तो मुझे ढूंढ लेना, इस दुनिया से नही अपने दिल से पूछ लेना
आप के आस पास ही कहीं रहते है हम , यादों से नही तो साथ गुज़रे लम्हों से पूछ लेना ।

तू इस तरह से

गीतकार निदा फाजली
फ़िल्म: आप to ऐसे न थे
१९८०
तू इस तरह स मेरी जिंदगी में शामिल है , जहाँ भी जाऊ ये लगता हैं तेरी महफ़िल है
To my life have you been so integral, Thy vicarious company now is a ritual।

ये आसमान ये बादल ये रास्ते ये हवा
हर एक चीज हैं अपनी जगह ठिकाने से
कई दिनों से शिकायत नहीं जमाने से
ये जिंदगी हैं सफर तू , सफर की मंजिल है
Be it the firmament or clouds or lanes or air, So well put-up are all with extreme debonair,
For a while, to being peevish I have been inure, After finding you as the light at the end for sure।

तेरे बगैर जहाँ में कोई कमी सी थी
भटक रही थी जवानी अंधेरी राहों में
सुकून दिल को मिला, आके तेरी बाहों में
में इक खोयी हुयी मौज हूँ, तू साहिल में
Sans you, The world appeared incomplete, Straying young I was amidst darkness replete
Solace in your arms I found long after, Like a lost wave lastly finds an anchor

तेरे जमाल से रोशन हैं कायनात मेरी
मेरी तलाश तेरी दिलकशी रहे बाकी
kहुडा करे के ये दीवानगी रहे बाकी
तेरी वफ़ा ही मेरी हर खुशी का हासिल हें
My world is lit by your pulchritude, My search for your cheery attitude,
May He keep it all with madness in spate, Thy love is all I have as prize till date।

हर एक फूल किसी याद सा महकता है
तेरे ख़याल से जागी हुयी फिजायें हैं
ये सब्ज पेड़ हैं, या प्यार की दुवाएं हैं
तू पास हो के नहीं फ़िर भी तू मुकाबिल हैं
Every blooming flower is an endearing reminder, That thy memory pervades this refreshing air,Warm wishes of love, I see in these green forests, All this, when you're away, as thy image manifests।

हर एक शय हैं मोहब्बत के नूर से रोशन
ये रोशनी जो ना हो, जिंदगी अधूरी हैं
राह-ये-वफ़ा में, कोई हमसफ़र जरुरी हैं
ये रास्ता कही तन्हा कटे तो मुश्किल हैं
Every thing is shining with love. O see!Without this beacon a void this life would be.
On a fidel-path, a company is all you need,A solitary travel for sure you will not plead.

Wednesday, June 18, 2008

कुछ दिनों के बाद और शायरी

जिसे हम कब से भुलाये बैठे थे , वो आज अचानक ही याद आ गये, जिस गम की बारिश ने किया था बरबाद , उसी बारिश के बदल आज फ़िर छा गये ।

खुशी का हर एक पल हो तुम्हारे लिए, बहारों का गुलिस्ता हो तुम्हारे लिए , कामयाबी की मंजिल हो तुम्हारे लिए, बस एक पल तुम्हारा हो हमारे लिए ।

जाम टूटने का बहाना ना कर, हम तो तेरी आंखों से पी लेंगे । तू मत आ लेकिन आने का वडा तो कर, हम तेरे इन्तेज़ार मे ही जी लेंगे ।

फ़िर दिन ढल गया फिर रात आ गई , फिर तन्हाई मे जाने की बात आ गयी , अभी तो तारों की पनाह मे बैठे थे, की चाँद को देखा तो आप की याद आ गयी ।

तू तनहा है तो तेरी तन्हारी में हम रहेंगे , तू उदास है तो तेरे साथ हम भी उदास रहेंगे तुझे नज़र न आयेंगे पर फ़िर भी हर मोड़ पर तेरे साथ हम रहेंगे ।

गुनाह बन गयी है उम्मीद प्यार की दिल में सजाये बैठे है तस्वीर यार की , बहते आंसुओं की कहानी दुनिया ने जान ली, पर उनको कब होगी ख़बर दिल ऐ बेकरार की ।


Monday, June 2, 2008

दोस्ती किसको कहते है

किसी ने मुझे पूछा दोस्ती क्या है ? मैंने कांटो पे चली कर बता दिया ,
कितना प्यार करोगे दोस्त को ? मैंने पुरा आसमान दिखा दिया ,
कैसे रखोगे दोस्त को ? मैंने हलके से फूलों को सहेला दिया ,
किसी की नज़र लग गई तो ? मैंने पलको मे उसको चुप लिया,
जान दे भी प्यारा दोस्त किसको कहते हो ? मैंने आप का नाम बता दिया ।

एक दिन फूल से किसी ने पूछा, तुने दी खूस्बू तुझको क्या मिला , तब फूल मे कहा , देने के बदले लेना तो एक व्यपार है , जो देकर भी कुछ न मांगे वही प्यार है ।

तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दु ? , अपने दोस्त को क्या उपहार दु , कोई अछा सा फूल होता तो माली से मंगवाता, पर जो ख़ुद ही गुलाब है उसको क्या गुलाब दु ।

दिन दिन की शायरी

एक पल एहसास बन के आते हो , और दुसरे पल ख्वाब बन के उड़ जाते हो । ये मालूम है के तन्हाई से डर है हमें , फ़िर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो ।

बिखरे अश्को के मोती हम पिरो ना सके , उसकी याद में सारी रात सो ना सके , भीग ना जाए आँसुओ मे तस्वीर उनकी , बस यही सोच कर हम रो ना सके ।

प्यार के लिए दीवाने चले आते है , शमा के लिए परवाने चले आते है , याद नही आती तो आना मेरी मौत पर । उस दिन तो बेगाने भी चले आते है ।

ज़िक्र उनका आता है मेरे फ़साने में , जिनको जान से ज़्यादा चाह था हमने ज़माने में , तन्हाई में उन्ही की याद का सहारा मिला, नाकामयाब रहे जिन्हें हम भुलाने में ।