Thursday, June 18, 2009
शायरी का खजाना
khusi aur gum dono ki nishani hai.
Samajne wale ke liye toh ANMOL hai.aur jo na samajh paye unke liye to sirf pani hai!
यह आँसू भी एक अलग परेशानी है.
ख़ुसी और गम दोनो की निशानी है.
समजने वाले के लिए तो अनमोल है.और जो ना समझ पाए उनके लिए तो सिर्फ़ पानी है
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Ishq wale ankho ki baat samajh lete hai, sapno me mil jaye to mulakat samajh lete hai.
Rota to aasmaan bhi hai pyar ke liye, par log use barsaat samajh lete hai
इश्क़ वाले आँखो की बात समझ लेते है, सपनो मे मिल जाए तो मुलाकात समझ लेते है.रोता तो आसमान भी है प्यार के लिए, पर लोग उसे बरसात समझ लेते है
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Na muskurane ko ji chahta hai.
Na aansu bahane ko ji chahta hai.
Aapki yaad me kya likhe bas
aapke paas hi aane ko ji chahta hai.
ना मुस्कुराने को जी चाहता है.
ना आँसू बहाने को जी चाहता है.
आपकी याद मे क्या लिखे
बसआपके पास ही आने को जी चाहता है.
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Zindagi nahin humein d0st0n se pyari,
d0st0n pe haazir hai jaan hamari,
aankh0n mein hamari aansoo hain toh kya,
jaan se bhi pyaari hai muskaan tumhaari.
ज़िंदगी नहीं हूमें दोस्तों से प्यारी,
दोस्तों पे हाज़िर है जान हमारी,
आँखों में हमारी आँसू हैं तो क्या,
जान से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी.
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Peene ko toh pee jaun zaher bhi..
Par shart ye hai.. Ki vo bahon me sambhale mujhko..
पीने को तो पी जाउ ज़हेर भी..
पर शर्त ये है.. की वो बाहों मे संभाले मुझको..
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Mujhse parda hai to fir khwaab me aate kyon ho..
Pyar ki shama mere dil me jalate kyon ho..
Alvida kehne ko aaye ho to fir milna kaisa..
Hai bichadna to gale lagate kyun ho..
मुझसे परदा है तो फिर ख्वाब मे आते क्यों हो..
प्यार की शमा मेरे दिल मे जलते क्यों हो..
अलविदा कहने को आए हो तो फिर मिलना कैसा..
है बिछड़ना तो गले लगते क्यूँ हो..
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Raat gumsum hai magar chand khamosh nahi.
Kaise keh dun aaj fir hosh nahi.
Aisa duba teri ankho ki gehrai me.
Haath me jaam hai magar pine ka hosh nahi
रात गुम्सुम है मगर चाँद खामोश नही.
कैसे कह दूं आज फिर होश नही.
ऐसा डूबा तेरी आँखो की गहराई मे.
हाथ मे जाम है मगर पीने का होश नही
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Saturday, May 16, 2009
एक अरसे के बाद आया हूँ
दिल पूछता है बार बार हमसे जिन्हें हम याद करते है, क्या उन्हें हमारी याद आती है
हर खुशी तेरी तरफ़ मोड़ दूँ, तेरे लिए चाँद तारे तक तोड़ दू, खुशियों क दरवाज़े तेरे लिए खोल दू, इतना काफ़ी है या दो चार झूठ और बोल दू ?
अंधेरा तो कही शाम होगी,मेरी हर खुशी तेरे नाम होगी,आए दोस्त कुछ माँग कर तो देख,होतों पर हसी ओर ज़िंदगी तेरे नाम होगी
Koi aankhon aankhon se baat kar leta hai
Koi aankhon aankhon mein mulakat kar leta hai
Mushkil hota hai jawab dena
Jab koi khamosh rehkar bhi sawal kar leta hai
कोई आँखों आँखों से बात कर लेता है
कोई आँखों आँखों में मुलाकात कर लेता है
मुश्किल होता है जवाब देना
जब कोई खामोश रहकर भी सवाल कर लेता है
Wafa bhi dost ne kiya khoob nibhaya.
Gam muft me aur dard tohfe me bejwaya.
Is se badh kar kiya misaal de,
ki maut se pehle hi dost ne kafan bejwaya.
वफ़ा भी दोस्त ने किया खूब निभाया
गम मुफ़्त मे और दर्द तोहफे मे बेजवाया
इस से बढ़ कर किया मिसाल दे
की मौत से पहले ही दोस्त ने कफ़न बेजवाया
Teri dosti ne bahot kuch sikha diya..
Mere khamosh duniya ko jaise hasa diya.
Karjdar ho mai khuda ka, jisne mujhe aap jaise dost se mila diya
तेरी दोस्ती ने बहोत कुछ सीखा दिया.
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हसा दिया
कर्ज़दार हूं में खुदा का, जिसने मुझे आप जैसे दोस्त से मिला दिया
Dil me intezar ki lakir chhod jayenge..
Ankho me yado ki nami chhod jayenge..
Dhundte firoge hume ek din, zindagi me ek yaar ki kami chhod jayenge!
दिल मे इंतेज़ार की लकीर छोड़ जाएँगे..
आँखो मे यादों की नमी छोड़ जाएँगे..
ढूँढते फ़िरोगे हमें एक दिन, ज़िंदगी मे एक यार की कमी छोड़ जाएँगे!
Rehne de aakash ko,
Zamin ki talash kar
Sab kuch yahi hai
Na kahi aur talash kar.
Har aarzu ho puri to jine ka kya maza.
Jine ke liye bas ek wajah ki talash Kआर
रहने दे आकाश को,
ज़मीन की तलाश कर
सब कुछ यही है
ना कही और तलाश कर
हर आरज़ू हो पूरी तो जीने का क्या मज़ा
जीने के लिए बस एक वजह की तलाश कर
Kisiko mohabbat ki achai ne maar dala.
Kisiko mohabbat ki gehrai ne maar dala. Karke mohabbat koi na bach saka.
Jo bach gaya use tanhai ne maar dala।
किसिको मोहब्बत की अचाई ने मार डाला
किसिको मोहब्बत की गहराई ने मार डाला। करके मोहब्बत कोई ना बच सका
जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला
Saturday, March 7, 2009
बोहत दिनों बाद कुछ शेर लाया हूँ
तेरे प्यार की कसम, तू आवाज़ दे सपने में, हम हकीक़त में चले आयेंगे
ज़माने भर की बातों में हमें ना भुला देना, जब कभी याद आए तो ज़रा सा मुस्कुरा देना
जिंदा रहे तो मिलेंगे बार बार नही रहे तो दिल के किसी कूदे में दफन देना
कभी कोई अपना अनजान हो जाता हैं, कभी किसी अनजान से प्यार हो जाता है,
ज़रूरी तो नही जो खुशी दे उसी से प्यार हो, दिल तोड़ने वालो से भी अक्सर प्यार हो जाता है
तुम जब भी चाँद को देखो उस वक्त याद करना मुझे भी,
ये सोच कर नही की खुबसूरत है वो सितारों में , ये सोच कर कर के अकेला है वोह भी हजारों में
दिल की हसरत जुबां पर आने लगी, तुम्हे देखा और ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,
ये दीवानगी थी या मेरी नज़र का धोखा, हर चीज़ में तेरी सूरत नज़र आने लगी
सिर्फ़ मैं ही थाम सकू हाथ उसका, मुझ पर इतनी इनायत सी कर दे
वो रह न पाये एक पल भी मेरे बिना, ए खुदा तू उस को मेरी आदत सी कर दे
हम तो प्यार के सौदागर है, सौदा साचा करते है
पर जब आप जैसे डॉस हो खरीदार, तो हम मुफ्त में भी बिक जाया करते है
लोग कहते है की जिस से हम ने दोस्ती की है, वो चाँद का एक टुकडा है
हम कहते है की जिस से हमने दोस्ती की है, चाँद उस का टुकडा है
कांच को चाहत थी पत्थर पाने की, एक पल में टूट कर बिखर जाने की
चाहत बस इतनी थी उस दीवाने की, अपने हज़ार टुकडो में उसकी हज़ार तस्वीर पाने की
सुकून मिलता है जब उनसे बात होती है, उनसे बात होती है
हज़ार रातों में वोह एक रात होती है, निगाह उठा के वोह देखे कभी जो मेरी तरफ़
वोह एक निगाह मेरी कैनात होती है
Monday, February 16, 2009
ख़ास आपके लिए
काश सपने हकीकत होते, मैं हर सपने में तुझे देखा करता,
काश ज़िन्दगी में हर दुआ पुरी होती, मैं हर दुआ में तुझे माँगा करता,
काश ज़िन्दगी वफादार होती, मैं सारी ज़िन्दगी तेरा साथ निभाता
काश ज़िन्दगी में लफ्ज़ काश ना होता
मुश्किलों दिलों से इरादे आजमाएगी, खुसबू के परदे निघाओं से हटाएगी
गिर कर हौसला मत हारना मेरे दोस्त, यह ठोकर ही तो हमें चलना सिखायेगी
मिलने की खुशी है या दूर रहने का ग़म, आंखों में आंसू है या उदास हैं हम
कैसे कहे की कैसे हैं हम, बस इतना समझ लो आप के बिन अकेले हैं हम
जिसकी स्तुपिद से बातें लगती हो CUTE, सहसा लगता है जिसका हर जूठ,
जिसके साथ लड़ते हुए भी आ जाए SMILE , उसे कहते है FRIENDSHIP WITH STYLE
Friday, February 13, 2009
प्यार, यार और दिलदार
हमने रोकर पुछा क्या तोड़ दिया प्यार का वादा , उसने हसकर कहा बस निभाया ना गया
उल्फत में कभी यह हाल होता है, आँखें हस्ती है, पर दिल रोता है,
मानते है हम जिसे मंजिल अपनी, हमसफ़र उसका कोई और होता है
याद आए कभी तो आँखें बंद ना करना, हम चले भी जाए तो गम नहीं करना
यह ज़रूरी नही की हर रिश्ते का नाम हो, पर दोस्ती का एहसास दिल से कम न करना
लम्हा लम्हा वक्त गुज़र जायेगा, रूह का दामन जिस्म से छूट जायेगा
अभी वक्त है दो लम्हा साथ गुजार ले क्या पता कल कौन किसकी ज़िन्दगी से चला जायेगा
Tuesday, February 10, 2009
दिल की बातें
बहुत खूबसूरत है रिश्ता हमारा, दुवा है इसे किसी की नज़र ना लगे
तेरे लबों को छु लूँ वो शाम आ जाए, तेरे प्यार में बहने का पैगाम आ जाए
ये ज़िन्दगी तो है तेरी अमानत, बस मेरे नाम के साथ तेरा नाम आ जाए
टूटे हुए दिल के टुकड़े जुड़ नही पाते, दिल में दाग हो तो धुल नही पाते,
तकलीफ तब नही होती जब आप याद नही करते, तकलीफ तो तब होती है जब हम भूल नही पाते
रिश्तों ने हर कदम पे इम्तिहान लिया, तन्हाई ने हर मोड़ पे धोका दिया,
ज़िन्दगी से फिर भी शिकायत नही, क्यूँ की ज़िन्दगी ने आप जैसा दोस्त भी दिया
Friday, February 6, 2009
कुछ दोस्तों की मेहरबानी
कर्जदार हूँ में खुदा का, जिस ने मुझे आप जैसे दोस्त से मिला दिया
तू क्या जाने क्युआ है तन्हाई, एक टूटे हुए पत्ते से पूछ क्या है जुदाई,
बेवफाई का इल्जाम ना दे ए दोस्त, इस वक्त से पूछ किस वक्त तेरी याद आई
कभी हँसा देते हो, कभी रुला देते हो कभी बेवक्त नींद से जगा देते हो
पर जब भी दिल से हमें याद करते हो, कसम से दो पल ज़िन्दगी के बढ़ा देते हो
जब खामोश आंखों से बात होती है, ऐसे ही मोहब्बत की शुरुवात होती है
तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते है, पता नही कब दिन कब रात होती है,
सबको दोस्त बनने की आदत है हमें , अपनी अलग पहचान बनने की आदत है हमें
कितना भी गहरा ज़ख्म दे कोई, उतना ही ज्यादा मुस्कराने की आदत है हमें
Sunday, February 1, 2009
महीने के पहले दिन कुछ नया हो जाए ?
इस बेताबी का बयान कैसे मैं दूँ, मेरी हर सोच से पहले तेरा ख्याल आ जाता है
इस पल की तन्हाई से, इस दर्द की गहराई से, यह दिल कुछ बात कर रहा है
ज़रा समझाओ इन फिजाओं की जुबां को, तुम्हे कोई अपना याद कर रहा है
कभी पास रह कर भी दूर नज़र आते है, कभी दूर रहकर पास नज़र आते है
दिल में एक खलबली सी मची है, जब आईने में उसकी सूरत नज़र आती है
दर्द से रिश्ता है मेरा, खुशी मेरे नसीब में कहाँ,
कोई हमसे प्यार करे, इतने खुश नसीब हम कहाँ
चेहरे की हसीं से हर ग़म को छुपाओ, बोहत कुछ बोलो पर कुछ ना बताओ
ख़ुद ना रूठो पर सबको मनाओ, येही राज़ है ज़िन्दगी का बस जीते जाओ
तमाम ग़म भूल जाने को जी करता है, अब एक मार मुस्कराने को जी चाहता है
बहुत जी लिया यादों के सहारे, अब तुम्हारे पास आने को जी चाहता है
कुछ बीते हुए लम्हों से मुलाकात हुई, टूटे हुए सपनो से बात हुई,
याद जो करने बैठे उन तमाम यादों को, तोह आपकी यादों से ही शुरुआत हुई
एक ही आरजू रही दिल मे मुद्दतों से, कोई हमें भी चाहे दिल की शिद्दतों से,
बहुत वीरान सी है ज़िन्दगी अपनी, के कोई नवाज़ से हमें आ कर मोहब्बतों से
Wednesday, January 28, 2009
आप दोस्तों के लिए
बिना झिजक कह दो अपने दिल की बात, सोचो गे तोह ज़िन्दगी भर रह जाओगे
सुकून ऐ कुर्ब मे यत्रो तो याद कर लेना, कभी जो टूट के बिखरो तो याद कर लेना
खुशी के वक्त में चाहे हमें भुला देना, ग़मों की राह जो देखो तो याद कर लेना
माना ये वक्त हमें याद करने वाला नही, पर बेवक्त ही हमें याद कर लिया करो,
माना आपके पास सारी दुनिया है कभी तो हमारी भी कमी का एहसास कर लिया करो
फूल ऐसा हो जो बाग़ को खुशबु से भर दे , हम सफर ऐसा हो जो अंधेरों को रोशन कर दे
दोस्त ऐसा हो जो ज़िन्दगी को खुशी और आप को शायरी सुना के कान भर दे
ख़ुद को ख़ुद की ख़बर ना लगे, कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे,
आपको देखा है उस नज़र से, जिस नज़र से आपको नज़र ना लगे
हर कोई तुमसा ख़ास नही होता, जो ख़ास होता है वोह पास नही होता
यकीन ना आए तो चाँद को ही देख लो, जिसके दूर होते हुए भी दुरी का एहसास नही होता
Friday, January 23, 2009
कुछ और यादगार शेर
समंदर नज़र आएगा
सोच को अपनी ले जाओ शिखर तक, के उसके आगे सारे सितारे झुक जाए,
ना बनाओ अपने सफर को किसी कश्ती का मोहताज़, चलो इस शान से के तूफ़ान भी झुक जाए
ख्वाब अगर आपसे हो तो ये ख्वाब कभी ना टूटे, दोस्ती अगर आपसे हो तो ये साथ कभी ना छूटे
दिलों की डोर से बंधे हैं यह रिश्ते, देखो ये दिल का तार कभी ना टूटे
फूलों की वादी में चाँद की चांदनी में, रात के सायेमें आप इस तरह सोयें की
आपकी आंखों में जो भी ख्वाब आए, आपकी आँख खुलने से पहले वोह ताबीर हो जाए
ज़रूरत ही नही अल्फाज़ की, दोस्ती तोह चीज़ है बस एहसास की,
पास होते तोह मंज़र की क्या होता, दूर से ही ख़बर है हमें आपकी हर साँस की
जैसे तारों के साथ आकाश है, वैसे सची दोस्ती के साथ विश्वास है,
दिल को नज़रों से ढूंढों अगर , तो हम हर वक्त आप के साथ है
माना की सब रिश्ते निभाये नही जाते,
पर जो बस जाते है दिल में वोह भुलाएं नही जाते
Tuesday, January 20, 2009
आप का दोस्त लाया शेर आप के लिए
हम चुप है किसी की खुशी के खातिर, और वोह सोचते है के दिल मेरा दुखता नही
कितनी अजीब थी दास्ताँ ऐ मोहब्बत के एक आँख समंदर
और दूजी प्यासी थी
यूँ न मुझको देख तेरा दिल पिघल न जाए, मेरे आँसू से तेरा दमन जल न जाए
वो मुझे फ़िर मिला है, आज ख्वाबों मे ए खुदा कहीं मेरी नींद ना खुल जाए
वादियों से सूरज निकल आया है, फिजाओं मे नया रंग छाया है,
आप क्यूँ उदास बैठे हो, अब तो मुस्करा दो हमारा यह शायरी का पैगाम आया है
एक आरजू रही दिल मे मुद्दतों से, कोई हमें भी चाहे दिल की सिद्दतों से
बहुत वीरान सी है ज़िन्दगी अपनी, के कोई नवाज़ दे हमें आ कर मोहब्बतों से
Thursday, January 15, 2009
आप के नाम कुछ और पैगाम
तुम दिल के इतने पास हो के दुरिओं का एहसास नही होता
यह आंसू भी एक अलग परेशानी है, खुशी और ग़म दोनों की निशानी है
समझ ने वाले के लिए तोह अनमोल है, और ना समझ पाये उनके लिए तो सिर्फ़ पानी है
खुदा ने कहा तू दोस्ती ना कर तू बेगाना हो जाएगा
मैंने खुदा से कहा तू जमीन पर आ मेरे दोस्त से मिल तू भी दीवाना हो जाएगा
लम्हा लम्हा जोड़कर ज़िन्दगी बनाई, ज़िन्दगी में आपकी दोस्ती की महक आई
दोस्ती के नाम कर दीये कुछ लम्हे, आज बस उन्ही कुछ लम्हों की याद आई
सुकून ऐ कुर्ब में उतरो तो याद कर लेना, कभी जो टूट के बिखरो तोह याद कर लेना,
खुशी के वक्त में चाहे हमें भुला देना, ग़मों की राह जो देखो तो याद कर लेना
आंखों से आपके दिल में उतर जायेंगे, पलकें झुका कर चलना,
वरना लोगों को आप की आंखों में सिर्फ़ हम नज़र आएंगे
कहाँ तलाश करें जजीरा ऐ सुकून ऐ नज़र के इस जहाँ में कोई तुझसा दूसरा नही
बसा हुआ है मेरे दिल में वोह खुसबू की तरह, दूर है मुझसे मगर फ़िर भी जुदा नही
माना यह वक्त हमें याद करने वाला नही, पर बेवक्त ही हमें याद कर लिया करो
माना आप के पार सारी दुनिया है, कभी तो हमारी भी कमी का एहसास कर लिया करो
Sunday, January 11, 2009
लिए दिल मैं प्यार मैं फ़िर से हो गया तैयार
आप बोहत ख़ास है मेरे लिए इस ख्याल को अपने से कभी जुदा मत होने देना
कोई गिला न कोई शिकवा रहा आपसे, ये आरजू है एक सिलसिला बना रहे आपसे
बस एक उम्मीद है आपसे खफा न होना अगर हम खफा रहे आपसे
किसी को अपने हाल का हिसाब क्या देते, सवाल सारे ग़लत थे जवाब क्या देते
जो एक लफ्ज़ की खुसबू न रख सका महफूज़, हम उसके हाथ में पूरी किताब क्या देते
रोयेंगे ये आँखें मुस्कराने के बाद, आएगी रात दिन ढल जाने के बाद
कभी रूठना नही मुझसे शायद ये ज़िन्दगी ना रहे तेरे रूठ जाने के बाद
रोना भी चाहो तो वो रुने नही देते , वो सख्स तो पलके भी भिगोने नही देते
आते है ख्यालों में क्यूँ यह अक्सर, जो मुझे किसी और का होने नही देते
वो भले मिटा दे दिल से मेरा वजूद,
मगर उनकी जगह आब भी मेरी इन यादों में है
नियत ऐ शोक भर न जाए कहीं, तू भी दिल से उतर ना जाएँ कहीं
आरजू है के तू यहाँ आए, और फ़िर उम्र भर ना जाए कहीं
Monday, January 5, 2009
नया खजाना
क्या रिश्ता है मेरा और तेरा, जो हर पल तेरी याद मुझे, तनहा कर जाती है
नही कुछ भी मोहब्बत के सिवा अब याद आता है,
तुम्हारी जुस्तु ने अब किसी लायक नही छोड़ा
ऐ खुदा ख्वाहिशों के दरबार में हो मोहब्बत की इतनी इन्तहा
की मेरी हर साँस पर महबूब के नाम की दस्तक हो
मुद्दतों बाद देखा उन्हें, होश कैसे ठिकाने लगे,
अश्क पलकों पर आए मेरी और लैब थार थराने लगे
जिनको मुश्किल से भूले the हम, फ़िर वही याद आने लगे