Friday, January 23, 2009

कुछ और यादगार शेर

आंसुओं की सयाही से लिखे है दिल के पन्ने, कोई किताब खोल के तोह देखो
समंदर नज़र आएगा

सोच को अपनी ले जाओ शिखर तक, के उसके आगे सारे सितारे झुक जाए,
ना बनाओ अपने सफर को किसी कश्ती का मोहताज़, चलो इस शान से के तूफ़ान भी झुक जाए

ख्वाब अगर आपसे हो तो ये ख्वाब कभी ना टूटे, दोस्ती अगर आपसे हो तो ये साथ कभी ना छूटे
दिलों की डोर से बंधे हैं यह रिश्ते, देखो ये दिल का तार कभी ना टूटे

फूलों की वादी में चाँद की चांदनी में, रात के सायेमें आप इस तरह सोयें की
आपकी आंखों में जो भी ख्वाब आए, आपकी आँख खुलने से पहले वोह ताबीर हो जाए

ज़रूरत ही नही अल्फाज़ की, दोस्ती तोह चीज़ है बस एहसास की,
पास होते तोह मंज़र की क्या होता, दूर से ही ख़बर है हमें आपकी हर साँस की

जैसे तारों के साथ आकाश है, वैसे सची दोस्ती के साथ विश्वास है,
दिल को नज़रों से ढूंढों अगर , तो हम हर वक्त आप के साथ है


माना की सब रिश्ते निभाये नही जाते,
पर जो बस जाते है दिल में वोह भुलाएं नही जाते

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