Friday, October 31, 2008

कुछ कम मगर ये लो जी

अए खुदा दुआ मेरी यह खाली ना जाए, मेरे दोस्त की आँखों मे आंसू ना आए
अगर आंसू आए भी तो खुशी के आए, ग़म के आंसू सब मेरे हिस्से मे आए

कुछ इस तरह से हम तेरे नज़दीक आ चुके, खुदा को तेरे वजूद का हिस्सा बना चुके
अब तो हमारे दर्द की की दुआ करो, हम तो तुम्हे अपना मसीहा बना चुके

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