Sunday, October 5, 2008

मैं आया खजाना लेकर

मोहब्बत करते है मोहब्बत ही करेंगे, वोह मांगे इतन अप्यर उतना हम देंगे मगर, यह बात
याद रखना के जो तुने साथ छोडा कसम से, हर नाता तुझसे तोड़ देंगे

ज़िन्दगी में रा किसी भी हो गुज़र जायेंगे, एक दिन हम चुप के से मर जय्नेगे,
आज रहते हैं आपके दिल में कल आंसू बनकर आंखों से निकल जायेंगे

पलकों को हमने भिगोया नही, उनको लगा की हम रोये नही, उनसे पुछा के किस के सपने देखते हो तुम ?
हम है की एक अरसे से सोये नही

दिल ने कहा आंखों से तुम उन्हें देखा करो कम, क्यूँ की
देखते हो तुम और तड़पते हैं हम, आंखों ने कहा दिल से
तुम उन्हें याद करो कम, क्यूँ की ... याद करते हो तुम और रात भर रोते हैं हम

मोहब्बत की शम्मा को जला कर तोह देखो, ज़रा दिल की दुनिया में आकर तो देखो
तुम्हे न हो जाए मोहब्बत तो कहना, ज़रा हम से निघाहें मिलकर तोह देखो

यादों में उनकी जीना कोई हमसे पूछे और पल पल मरने के मज़ा कोई हमसे पूछे

जब दिल उदास हो हमसे बात कर लेना जब दिल चाहे मुलाकात कर लेना, रहते हैं आपके दिल के
किसी कोने में वक्त मिले तोह तलास कर लेना

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