Saturday, July 19, 2008

कुछ दिनों बाद

कोई दोस्त तुझ जैसा बनाया जाए, जिसके आन्सौं को पलके में छुपाया जाए,
रहे तेरा मेरा रिश्ता कुछ ऐसा की, अगर तू रहे उदास टी हमसे भी न मुस्कराया जाए ।


दिल से आप का ख्याल जाता नही, आप के सिवा कोई याद आता नही,
हसरत है की आप को रोज़ देखूं , पर किस्मत वोह लम्हा लाता नही।

लिखने से पहले सलाम करते है, दर्द ए दिल से पैगाम करते है ,
यह मात समझना के भूल गए है हम, याद तो आप को हम सुबह शाम करते है ।

यही तो खुबसूरत दोस्ती का नाता है , जो बिना किसी शर्त के किया जाता है,
रहे दरमिया तो परवाह नही दोस्त को हर पल दिल से याद करते है ।

वक्त की राहों में आप भुला दे चाहे हमें, पर हम आप को भुला नही पायेंगे,
तेरे प्यार की कसम, तू आवाज़ दे सपने में, हम हकीक़त में चले आयेंगे ।

जो बन रहे है आज शहरों के उजाले , उन चिरागिओंने भी कभी घर जलाएंगे
होंगे,
हाथ तो उसके भी हुए होंगे ज़ख्मी, जिसने मेरी राहों में कांटे बिछाये होंगे ।

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