मेरी जिंदगी में सूरज निकले या न निकले, तेरी जिंदगी में कभी शाम ना होने देंगे ।
चले आओ हम तुम्हे याद करते हैं, यह वोह गुनाह है जो हम बार बार करते है,
जला के दिल में हसरतों के चिराग, आप का इंतज़ार हम करते है ।
तेरे बिना हम जीना भूल जाते हैं, ज़ख्मों को सीना भूल जाते हैं,
तू जिंदगी मैं सबसे अज़ीज़ है हमें, तुझ से हर बार यह कहना भूल जाते हैं।
हम अपने आप पर गुरूर नही करते, किसी को प्यार करने पर मजबूर नही करते,
मगर जिसे एक बार दिल में बसा ले फिर, मरते दम तक उसे दिल से दूर नही करते ।
वोह वक्त वोह लम्हे अजीब होंगे, दुनिया में हम खुश नसीब होंगे, दूर से जब इतना याद करते हैं आपको,
क्या हाल होगा जब आप हमारे करीब होंगे ।
ए बारिश तू इतना ना बरस, की वोह आ ना सके,
ए बारिश तू इतना ना बरस, की वोह आ ना सके,
और वोह आए तो इतना बरस की वोह फ़िर जा ना सके
भीग जाती है पलके तन्हाई में, डरते है कोई जान ना ले ,
पसंद करते है तेज़ बरसात में चलना, कही रोते हुवे कोई पहचान ना ले ।
No comments:
Post a Comment