Monday, July 7, 2008

कुछ और प्यारी प्यारी शायरी

चले गए थे दूर कुछ पल के लिए, दूर रहकर भी करीब थे हर पल की लिए,
कैसे याद आए आपकी, एक पल के लिए, जब दिल में हो आप हर पल के लिए

मोहब्बत की दास्तान सुनाने आए है , तबाह करने के बाद वो प्यार जताने आए हैं
आंसू पोच लिए थे कब के हमने, वो फ़िर से हमें रुलाने आए है

मोमबती के अन्दर धागा बोला, मैं जलता हूँ तो तू क्यूँ पिघलती है, मोमबती बोली
जिसको दिल में जगा दी वो बिच्देगा तो आंसू तो निकलेगी ही ना ?

तेरी याद से रिश्ता कल भी था ,तेरी याद से रिश्ता कल भी था ,
कभी वक्त मिले तो चले आना, खुला दिल का दरवाज़ा आज भी है

तुम मुझे भूल ना पाओगे, इस कदर हम त७म्हे याद आयेंगे,
यकीन ना आए तो आईने में
देखा, तेरी आंखों में हम नज़र आयेंगे ।

भूले है वो कुछ इस तरह, समझाना मुश्किल हो गया, जाने कोई खता हुई हमसे,
या कोई और करीब हो गया है ।

कहीं अँधेरा तो कहीं शाम होगी, मेरी हर खुशी आपके नाम होंगी, कुछ मांग के तो देखो हमसे,
होठों पे हँसी और हथेली पे जान होंगी


मुस्कान आपकी यादों से मिलती है, दिल को राहत आपकी बातों से मिलती है ,
बंद मत करना कभी यह दोस्ती का सिलसिला, दिल की यह धड़कन आपकी दोस्ती से चलती है ।

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