Wednesday, January 28, 2009

आप दोस्तों के लिए

एक नज़र की आस मे ख़ुद रह जाओगे, इस तरह मत देखो वरना देखते रह जाओगे
बिना झिजक कह दो अपने दिल की बात, सोचो गे तोह ज़िन्दगी भर रह जाओगे


सुकून ऐ कुर्ब मे यत्रो तो याद कर लेना, कभी जो टूट के बिखरो तो याद कर लेना
खुशी के वक्त में चाहे हमें भुला देना, ग़मों की राह जो देखो तो याद कर लेना

माना ये वक्त हमें याद करने वाला नही, पर बेवक्त ही हमें याद कर लिया करो,

माना आपके पास सारी दुनिया है कभी तो हमारी भी कमी का एहसास कर लिया करो

फूल ऐसा हो जो बाग़ को खुशबु से भर दे , हम सफर ऐसा हो जो अंधेरों को रोशन कर दे
दोस्त ऐसा हो जो ज़िन्दगी को खुशी और आप को शायरी सुना के कान भर दे


ख़ुद को ख़ुद की ख़बर ना लगे, कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे,
आपको देखा है उस नज़र से, जिस नज़र से आपको नज़र ना लगे


हर कोई तुमसा ख़ास नही होता, जो ख़ास होता है वोह पास नही होता
यकीन ना आए तो चाँद को ही देख लो, जिसके दूर होते हुए भी दुरी का एहसास नही होता

Friday, January 23, 2009

कुछ और यादगार शेर

आंसुओं की सयाही से लिखे है दिल के पन्ने, कोई किताब खोल के तोह देखो
समंदर नज़र आएगा

सोच को अपनी ले जाओ शिखर तक, के उसके आगे सारे सितारे झुक जाए,
ना बनाओ अपने सफर को किसी कश्ती का मोहताज़, चलो इस शान से के तूफ़ान भी झुक जाए

ख्वाब अगर आपसे हो तो ये ख्वाब कभी ना टूटे, दोस्ती अगर आपसे हो तो ये साथ कभी ना छूटे
दिलों की डोर से बंधे हैं यह रिश्ते, देखो ये दिल का तार कभी ना टूटे

फूलों की वादी में चाँद की चांदनी में, रात के सायेमें आप इस तरह सोयें की
आपकी आंखों में जो भी ख्वाब आए, आपकी आँख खुलने से पहले वोह ताबीर हो जाए

ज़रूरत ही नही अल्फाज़ की, दोस्ती तोह चीज़ है बस एहसास की,
पास होते तोह मंज़र की क्या होता, दूर से ही ख़बर है हमें आपकी हर साँस की

जैसे तारों के साथ आकाश है, वैसे सची दोस्ती के साथ विश्वास है,
दिल को नज़रों से ढूंढों अगर , तो हम हर वक्त आप के साथ है


माना की सब रिश्ते निभाये नही जाते,
पर जो बस जाते है दिल में वोह भुलाएं नही जाते

Tuesday, January 20, 2009

आप का दोस्त लाया शेर आप के लिए

दरिया वफ़ा का कभी रुकता नह, मोहब्बत में इंसाब कभी झुकता नहीं
हम चुप है किसी की खुशी के खातिर, और वोह सोचते है के दिल मेरा दुखता नही


कितनी अजीब थी दास्ताँ ऐ मोहब्बत के एक आँख समंदर
और दूजी प्यासी थी

यूँ न मुझको देख तेरा दिल पिघल न जाए, मेरे आँसू से तेरा दमन जल न जाए
वो मुझे फ़िर मिला है, आज ख्वाबों मे ए खुदा कहीं मेरी नींद ना खुल जाए

वादियों से सूरज निकल आया है, फिजाओं मे नया रंग छाया है,
आप क्यूँ उदास बैठे हो, अब तो मुस्करा दो हमारा यह शायरी का पैगाम आया है

एक आरजू रही दिल मे मुद्दतों से, कोई हमें भी चाहे दिल की सिद्दतों से
बहुत वीरान सी है ज़िन्दगी अपनी, के कोई नवाज़ दे हमें आ कर मोहब्बतों से



Thursday, January 15, 2009

आप के नाम कुछ और पैगाम

दुरिया बोहत है मगर इतना समज लो पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नही होता
तुम दिल के इतने पास हो के दुरिओं का एहसास नही होता

यह आंसू भी एक अलग परेशानी है, खुशी और ग़म दोनों की निशानी है
समझ ने वाले के लिए तोह अनमोल है, और ना समझ पाये उनके लिए तो सिर्फ़ पानी है


खुदा ने कहा तू दोस्ती ना कर तू बेगाना हो जाएगा
मैंने खुदा से कहा तू जमीन पर आ मेरे दोस्त से मिल तू भी दीवाना हो जाएगा


लम्हा लम्हा जोड़कर ज़िन्दगी बनाई, ज़िन्दगी में आपकी दोस्ती की महक आई
दोस्ती के नाम कर दीये कुछ लम्हे, आज बस उन्ही कुछ लम्हों की याद आई


सुकून ऐ कुर्ब में उतरो तो याद कर लेना, कभी जो टूट के बिखरो तोह याद कर लेना,
खुशी के वक्त में चाहे हमें भुला देना, ग़मों की राह जो देखो तो याद कर लेना

आंखों से आपके दिल में उतर जायेंगे, पलकें झुका कर चलना,
वरना लोगों को आप की आंखों में सिर्फ़ हम नज़र आएंगे

कहाँ तलाश करें जजीरा ऐ सुकून ऐ नज़र के इस जहाँ में कोई तुझसा दूसरा नही
बसा हुआ है मेरे दिल में वोह खुसबू की तरह, दूर है मुझसे मगर फ़िर भी जुदा नही

माना यह वक्त हमें याद करने वाला नही, पर बेवक्त ही हमें याद कर लिया करो
माना आप के पार सारी दुनिया है, कभी तो हमारी भी कमी का एहसास कर लिया करो


Sunday, January 11, 2009

लिए दिल मैं प्यार मैं फ़िर से हो गया तैयार

तनहा ख़ुद को कभी मत होने देना, अपने दिलको कभी मत रोने देना
आप बोहत ख़ास है मेरे लिए इस ख्याल को अपने से कभी जुदा मत होने देना

कोई गिला न कोई शिकवा रहा आपसे, ये आरजू है एक सिलसिला बना रहे आपसे
बस एक उम्मीद है आपसे खफा न होना अगर हम खफा रहे आपसे

किसी को अपने हाल का हिसाब क्या देते, सवाल सारे ग़लत थे जवाब क्या देते
जो एक लफ्ज़ की खुसबू न रख सका महफूज़, हम उसके हाथ में पूरी किताब क्या देते

रोयेंगे ये आँखें मुस्कराने के बाद, आएगी रात दिन ढल जाने के बाद
कभी रूठना नही मुझसे शायद ये ज़िन्दगी ना रहे तेरे रूठ जाने के बाद

रोना भी चाहो तो वो रुने नही देते , वो सख्स तो पलके भी भिगोने नही देते
आते है ख्यालों में क्यूँ यह अक्सर, जो मुझे किसी और का होने नही देते

वो भले मिटा दे दिल से मेरा वजूद,
मगर उनकी जगह आब भी मेरी इन यादों में है

नियत ऐ शोक भर न जाए कहीं, तू भी दिल से उतर ना जाएँ कहीं
आरजू है के तू यहाँ आए, और फ़िर उम्र भर ना जाए कहीं

Monday, January 5, 2009

नया खजाना

क्यूँ तेरी खामोशी मुझे खामोश कर जाती है, क्यूँ तेरी उदासी मुझे उदास कर जाती है
क्या रिश्ता है मेरा और तेरा, जो हर पल तेरी याद मुझे, तनहा कर जाती है

नही कुछ भी मोहब्बत के सिवा अब याद आता है,
तुम्हारी जुस्तु ने अब किसी लायक नही छोड़ा


ऐ खुदा ख्वाहिशों के दरबार में हो मोहब्बत की इतनी इन्तहा
की मेरी हर साँस पर महबूब के नाम की दस्तक हो

मुद्दतों बाद देखा उन्हें, होश कैसे ठिकाने लगे,
अश्क पलकों पर आए मेरी और लैब थार थराने लगे
जिनको मुश्किल से भूले the हम, फ़िर वही याद आने लगे