Saturday, August 23, 2008

शायरी और शायरी

आंसुओ के गिरने की आहात नही होती, दिल के टूटने की आवाज़ नही होती,
अगर होता खुदा को एहसास दर्द का, तो उसे दर्द देने की आदत नही होती,

होंठ कह नही सकते फ़साना दिल का, शायद नज़र से वोह बात हो जाए,
इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार रात का, शायद सपने में मुलाक़ात हो जाए

पल भर में टूट जाए वोह कसम नही, आपको भूल जाए वोह हम नही,
आप हमेन भूल जाएँ इस बात में दम नहीं, क्यूँ की हमें आप भूले इतने बुरे हम नही,

तेरी आवाज़ मेरे रुब की पहचान है, तेरे दिल की धड़कन मेरे दिल की जान है,
ना सुनु जिस रोज़ तेरी बातें, लगता है उस रोज़ ये जिस्म ही बेजान है

हमारे मुस्कराने की वजह तुम हो, हमारी ज़िन्दगी का मतलब तुम हो,
हमें मिलेंगी जब भी खुशी, हम सोचेंगे खुदा से दुआ करने वाले तुम हो

गुजरे पल जो साथ याद रखेंगे, अमानत की तरह हर वक्त सिने से लगाये रखेंगे
मिलना सके तो क्या है, अगले जनम तक राह देखेंगे


मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम यादों में उसकी ये दिल तड़पता रहा,
मौत भी मेरी चाहत को रोक ना सकी, कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा

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