Wednesday, August 27, 2008
पढो और पढो
जाने वो कौन सी खूबी है आप में की, ज़िन्दगी भर आपको देखते रहने को जी चाहता है
टूटने को तो बहुत कुछ टूट सकता है, चाहे तो हर अफसाना हमसे रूठ सकता हैं,
कुछ यूँ देखि हमने दुनिया की हकीकत, ये वक़त मौसम की तरह न जाने कभी भी बदल सकता है
टूटे हुए दिल दे टुकड़े जुड़ नही पाते, दिल मे दाग हो तो धुल नही पाते,
तकलीफ तब नही होती जब आप याद नही करते, तकलीफ तो तब होती हैं जब हम भूल नही पाते
तन्हाई किसी का इंतज़ार नही करती, किस्मत कभी बेवफाई नही करती,
उनसे दूर होने का असर है, वरना परछाई कभी जिस्म पर वार नही करती
आपसे दूर जाने का इरादा न था, सदा साथ रहने का वादा न था,
आप याद न करोगे जानते थे हम, पर इतनी जल्दी भूल जाओगे, यह अंदाजा न था
Saturday, August 23, 2008
शायरी और शायरी
अगर होता खुदा को एहसास दर्द का, तो उसे दर्द देने की आदत नही होती,
होंठ कह नही सकते फ़साना दिल का, शायद नज़र से वोह बात हो जाए,
इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार रात का, शायद सपने में मुलाक़ात हो जाए
पल भर में टूट जाए वोह कसम नही, आपको भूल जाए वोह हम नही,
आप हमेन भूल जाएँ इस बात में दम नहीं, क्यूँ की हमें आप भूले इतने बुरे हम नही,
तेरी आवाज़ मेरे रुब की पहचान है, तेरे दिल की धड़कन मेरे दिल की जान है,
ना सुनु जिस रोज़ तेरी बातें, लगता है उस रोज़ ये जिस्म ही बेजान है
हमारे मुस्कराने की वजह तुम हो, हमारी ज़िन्दगी का मतलब तुम हो,
हमें मिलेंगी जब भी खुशी, हम सोचेंगे खुदा से दुआ करने वाले तुम हो
गुजरे पल जो साथ याद रखेंगे, अमानत की तरह हर वक्त सिने से लगाये रखेंगे
मिलना सके तो क्या है, अगले जनम तक राह देखेंगे
मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम यादों में उसकी ये दिल तड़पता रहा,
मौत भी मेरी चाहत को रोक ना सकी, कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा
Wednesday, August 13, 2008
बोहत दिनों के बाद
ना जला सकी जिसे धुप, उस चांदनी ने जला दिया
हो आप की लाइफ में खुशियों का मेला, कभी ना आए कोई भी झमेला,
सदा खुश रहे आपका बसेरा, हर रोज़ सुहाना रहे आप का सवेरा
तनहाइयों में मुस्कराना इश्क है , एक बात को सब से छुपाना इश्क है,
यूँ तोह नींद नही आती हमें रात भर, मगर सोते सोते जागना और जागते जागते सोना इश्क है
हर लम्हा हम इंतज़ार करते हैं उस लम्हे के लिए,
जिस लम्हा तुम हमें आ कर कहो, एक लम्हा है हमारे पास तुम्हारे लिए
जब खुदा ने तुझे बनाया होगा, एक जाम तो उसने भी लगाया होगा,
ऐसे ही नशीली नही तेरी आँखें, जाम का कुछ असर तो तेरे में भी आया होगा
तुझे अगर मिले कभी फुरसतें, मेरी शाम फिर से संवार दे
अगर कतल करना है तो क़त्ल कर, यूँ जुदाइयों की सज़ा ना दे
न दीदार है ना आवाज़, फिर भी रहते हो आप दिल के पास, रोज़ ना सही एक बार
ही याद कर लेना, आप ही तो हो मेरे इस दुनिया में ख़ास यार
इंतज़ार करने की आदत नही थी, फ़िर भी इंतज़ार करना सिखा गया कोई
रिश्ते होते है, ज़िन्दगी बिताने के लिए, हम अपनी हस्ती मिटा दे इसे निभाने के लिए
मिलना तो इस वक्त किस्मत में नही, लो यह संदेश भेजा हिया अपनी याद दिलाने के लिए
शरारत न होती, शिकायत न होती, नैनो में किसी की नजाकत न होती,
बेकार ना होते हम तनहा, जो इस जहाँ में मोहब्बत न होती
उम्मीद हमेशा अपने दिल में जगाये रखना, उनके आने के इंतज़ार में पलके बिछाये रखना
वो नही तो कोई दूसरा आएगा, बस तुम प्यार के दीप जलाये रखना
रौशनी में दीप जलाये रखने से क्या फायदा ? राख में आग लगाने से क्या फायदा ?
आप को हमारी याद हमेशा आती है ? तो आपको एहसास दिलाने से क्या फायदा ?
शिकवे भी होंगे हमसे, शिकायतें भी होंगी हमसे, पर अपनों से गिला नही करते
अच्छे नहीं तो बुरे ही सही पर हम जैसे दोबारा मिला नही करते
तुम्हारी यादों की महक इन हवाओं में है, प्यार ही प्यार बिखरा इन जुल्फों में है,
ऐसा न हो की दूरियां दर्द बन जाए अब तो आ जाओ की इंतज़ार निगाहों में है
Saturday, August 2, 2008
मेरे दोस्तों की मेहरबानी
ए खुदा एक पल के लिए साँस देदे, कोई मेरी कब्र से निराश होके जा रहा है ।
भूलने वाले से कह दे ज़रा, इस तरह याद आने से क्या फायदा,
जब मेरे दिल की दुनिया बस्ती नही तो ख्यालों में आने से क्या फायदा ।
दिल मे मेरे आज कल कोई अजनबी ख़ास है, हर होते हुवे भी मेरे पास है,
दिल से पुचा उसका नाम क्या हाई, दिल कहता है यह एक ख़ूबसूरत राज़ है ।
ना फूल ना बहार, ना चैन ना करार , ना beer baar ना bike ना car
अपनी तो जिंदगी है बस आपकी दोस्ती और आपका प्यार ।
हम तेरे दिल मे रहेंगे एक याद बनकर, तेरे लैब पे खिलेंगे मुस्कान बनकर,
कभी हमें अपने से जुदा ना समझना, हम तेरे साथ चलेनगे आसमान बनकर ।
एक सा दिल सब के पास होता है, फ़िर क्यूँ नही सब पा विश्वास होता है,
इंसान चाहे कितना ही आम क्यूँ ना हो, वो किसी न किसी के लिए ज़रूर ख़ास होता है ।
वो दोस्ती ही क्या जिसको निभाना पड़े, वो प्यार की क्या जिसको जाताना पड़े,
यह तो एक खामोश एहसास है, वोह एहसास ही क्या जिसको लफ्जों में बताना पड़े ।