Saturday, May 16, 2009

एक अरसे के बाद आया हूँ

दिल के कोने से एक आवाज़ आती है, हमें हर पल उनकी याद आती हैं,
दिल पूछता है बार बार हमसे जिन्हें हम याद करते है, क्या उन्हें हमारी याद आती है

हर खुशी तेरी तरफ़ मोड़ दूँ, तेरे लिए चाँद तारे तक तोड़ दू, खुशियों क दरवाज़े तेरे लिए खोल दू, इतना काफ़ी है या दो चार झूठ और बोल दू ?

अंधेरा तो कही शाम होगी,मेरी हर खुशी तेरे नाम होगी,आए दोस्त कुछ माँग कर तो देख,होतों पर हसी ओर ज़िंदगी तेरे नाम होगी

Koi aankhon aankhon se baat kar leta hai
Koi aankhon aankhon mein mulakat kar leta hai
Mushkil hota hai jawab dena
Jab koi khamosh rehkar bhi sawal kar leta hai
कोई
आँखों आँखों से बात कर लेता है
कोई आँखों आँखों में मुलाकात कर लेता है
मुश्किल होता है जवाब देना
जब कोई खामोश रहकर भी सवाल कर लेता
है

Wafa bhi dost ne kiya khoob nibhaya.
Gam muft me aur dard tohfe me bejwaya.
Is se badh kar kiya misaal de,
ki maut se pehle hi dost ne kafan bejwaya.
वफ़ा भी दोस्त ने किया खूब निभाया
गम मुफ़्त मे और दर्द तोहफे मे बेजवाया
इस से बढ़ कर किया मिसाल दे
की मौत से पहले ही दोस्त ने कफ़न बेजवाया

Teri dosti ne bahot kuch sikha diya..
Mere khamosh duniya ko jaise hasa diya.
Karjdar ho mai khuda ka, jisne mujhe aap jaise dost se mila diya
तेरी दोस्ती ने बहोत कुछ सीखा दिया.
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हसा दिया
कर्ज़दार हूं में खुदा का, जिसने मुझे आप जैसे दोस्त से मिला दिया

Dil me intezar ki lakir chhod jayenge..
Ankho me yado ki nami chhod jayenge..
Dhundte firoge hume ek din, zindagi me ek yaar ki kami chhod jayenge!
दिल मे इंतेज़ार की लकीर छोड़ जाएँगे..
आँखो मे यादों की नमी छोड़ जाएँगे..
ढूँढते फ़िरोगे हमें एक दिन, ज़िंदगी मे एक यार की कमी छोड़ जाएँगे!

Rehne de aakash ko,
Zamin ki talash kar
Sab kuch yahi hai
Na kahi aur talash kar.
Har aarzu ho puri to jine ka kya maza.
Jine ke liye bas ek wajah ki talash Kआर

रहने दे आकाश को,
ज़मीन की तलाश कर
सब कुछ यही है
ना कही और तलाश कर
हर आरज़ू हो पूरी तो जीने का क्या मज़ा
जीने के लिए बस एक वजह की तलाश कर

Kisiko mohabbat ki achai ne maar dala.
Kisiko mohabbat ki gehrai ne maar dala. Karke mohabbat koi na bach saka.
Jo bach gaya use tanhai ne maar dala।
किसिको मोहब्बत की अचाई ने मार डाला
किसिको मोहब्बत की गहराई ने मार डाला। करके मोहब्बत कोई ना बच सका
जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला


1 comment:

Rastriya Patal said...

उनका ठिकाना तो दिल मे था हमारे, पर उनसे दो कदम आया ना गया,
हमने रोकर पुछा क्या तोड़ दिया प्यार का वादा , उसने हसकर कहा बस निभाया ना गया