Thursday, April 28, 2011

Dosti aur SMS

यह दोस्ती मेरी नहीं हमारी है, इसलिए तो सब रिश्तो से प्यारी है
मुमकिन नहीं  दोस्तों का रोज़ मिलना, तभी तो  SMS का  सिलसिला जारी है
Yeh dosti meri nahi hamari hai, Isliye to sab rishto se pyari hai
Mumkin nahi dosto ka roz milna, Tabhi to SMS ka silsila jari hai.

Tuesday, April 26, 2011

Zindagi

Zarurt ke mutabik Zindagi jiyo khwaish ke mutabik nahi,
Kyunki,
Zarurat Faqir ki bhi puri ho jati hai,khwais Badsha ki bhi adhuri reh jati hai
ज़रूरत के मुताबिक ज़िन्दगी जियो ख्वाइश के मुताबिक नही,
क्यूंकि, ज़रूरत फकीर की भी पूरी हो जाती है ,ख्वाइश बादशाह की भी अधूरी रेह जाती है
 

Tuesday, April 12, 2011

nice

अगर तुम न होते तो गज़ल कौन कहेता,
तुम्हरे चहेरे को कमल कौन कहेता,
ये तो करिश्मा है मोहोब्बत का,
वरना पथ्थर को ताज महल कौन कहेता ?